चीनी स्टार्टअप DeepSeek ने हाल ही में अपने एआई मॉडल 'आर1' (R1) के लॉन्च के साथ वैश्विक तकनीकी जगत में हलचल मचा दी है। कंपनी का दावा है कि उसने मात्र $5.6 मिलियन की लागत से 2,048 Nvidia H800 GPUs का उपयोग करके 671 बिलियन पैरामीटर वाला यह मॉडल विकसित किया है, जो अमेरिकी प्रतिस्पर्धियों की तुलना में कहीं अधिक किफायती है।
कया है Deep seek R1AI
DeepSeek के संस्थापक, लियांग वेनफेंग, ने 2023 में कंपनी की स्थापना की थी। उनकी नेतृत्व में, डीपसीक ने एआई मॉडल के प्रशिक्षण में संसाधनों के कुशल उपयोग पर ध्यान केंद्रित किया है, जिससे उन्होंने कम लागत में उच्च प्रदर्शन वाले मॉडल विकसित किए हैं।
वैश्विक बज़ार पर कया असर रहा
DeepSeek के आर1 मॉडल की सफलता ने अमेरिकी प्रौद्योगिकी कंपनियों, विशेष रूप से एनवीडिया, ब्रॉडकॉम, माइक्रोसॉफ्ट और अल्फाबेट के शेयरों में गिरावट का कारण बना। विश्लेषकों का मानना है कि डीपसीक की इस उपलब्धि से अमेरिकी एआई कंपनियों के प्रभुत्व को चुनौती मिल सकती है।
हालांकि, डीपसीक की इस सफलता के साथ डेटा गोपनीयता और संभावित प्रचार से संबंधित चिंताएं भी उठी हैं। ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने अपने नागरिकों को DeepSeek के उपयोग के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी है, जबकि अमेरिकी सरकार इसके राष्ट्रीय सुरक्षा प्रभावों की जांच कर रही है।
Deep seek देगा सब Ai को चुनौती -:
DeepSeek की इस प्रगति ने वैश्विक एआई उद्योग में एक नई प्रतिस्पर्धा को जन्म दिया है, जहां अन्य कंपनियां भी अपने एआई मॉडल को उन्नत करने के लिए प्रेरित हो रही हैं। उदाहरण के लिए, अलीबाबा ने हाल ही में अपना एआई मॉडल 'क्वेन 2.5-मैक्स' जारी किया है, जो डीपसीक के मॉडल से बेहतर होने का दावा करता है।
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DeepSeek की इस सफलता ने एआई उद्योग में संसाधनों के कुशल उपयोग और नवाचार के महत्व को रेखांकित किया है, जिससे भविष्य में एआई विकास की दिशा में नए मानदंड स्थापित हो सकते हैं।
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